तू मेरी वो ख्वाहिश है, जो पूरी हो या न हो,
दिल में बस तेरा ही नाम रहता है हर पल रो-रो।
इश्क़ में तेरे डूब गया हूँ, कोई किनारा नज़र नहीं आता,
तू पास हो तो जन्नत है, तुझ बिन ये दिल घबराता।
तेरी एक मुस्कान पर मर मिटे हम,
दिल का सुकून है तू, तू ही मेरी सैर-ए-आलम।
तुझसे मिलने की तमन्ना दिल में बसी है,
हर धड़कन में बस तेरी ही हसी है।
तेरे बिना अधूरी सी हर साँस लगे,
तू जो पास हो, तो ज़िंदगी जन्नत लगे।
इश्क़ तेरा एक समंदर है, मैं उसमें डूबा,
हर लहर में बस तेरा ही चेहरा उभरा।
तेरी बातों में वो जादू है, जो दिल को चुराए,
तुझ बिन जीना अब इस दिल को न भाए।
तेरे लिए हर ख्वाब बुनता हूँ,
दिल के कोने में तुझे ही चुनता हूँ।
तू चाँद है तो मैं तारा हूँ,
दूर सही, पर तेरा ही सहारा हूँ।
तेरी आँखों में खोने का मन करता है,
इश्क़ तुझसे ही हर पल करता है।
दिल की किताब का तू ही वो पन्ना है,
जो बार-बार पढ़ने को जी करता है।
तेरे बिना ये दिल बेकरार रहता है,
हर लम्हा तुझसे प्यार करता है।
तू मेरी धड़कन, तू मेरी साँस है,
तेरे बिना ये ज़िंदगी उदास है।
तेरी मुस्कान में बस्ती है मेरी दुनिया,
तुझसे ही तो मेरी हर खुशी जुड़िया।
इश्क़ का रंग तुझसे ही चढ़ा है,
दिल का हर कोना तुझसे ही गढ़ा है।
तेरे बिना अधूरी सी हर बात लगे,
तू पास हो तो हर रात जन्नत लगे।
तेरी यादों में खोया रहता हूँ,
दिल से दिल तक बस तुझको चाहता हूँ।
तू मेरी वो दुआ है जो माँगी न कभी,
फिर भी हर पल तू ही बसी है रूह में कहीं।
तेरे इश्क़ में डूबा है ये दिल-ए-नादान,
तुझ बिन अधूरी है मेरी हर पहचान।
तू मेरी वो हंसी है, जो आँखों में बसी है,
तेरे बिना ये ज़िंदगी बेरंग लगती है।
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